Moral Kids Story Camel Aur Vyapari | ऊंट और व्यापारी की कहानी

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नमस्कार दोस्तों हम फिर से हाजिर हैं एक नई कहानी के साथ । इस कहानी का नाम (Moral Kids Story Camel Aur Vyapari | ऊंट और व्यापारी की कहानी) है ।

जैसा की हमने अपनी पिछली कहानी “ राज्य का चालक सेवक ” मे आपको अच्छी सीख बताई थी । उसी प्रकार इस कहानी मे भी आपको अच्छी सीख देने की कोशिश करेंगे । कहानी को पूरा अवश्य पढ़ें ।

Moral Kids Story Camel Aur Vyapari | ऊंट और व्यापारी की कहानी

एक समय की बात है भारत के राज्य रेगिस्तान में एक व्यापारी अपने ऊंटों पर कुछ सामान लादकर व्यापार करने जा रहा था उसके साथ 3 ऊंट थे ।

रेगिस्तान में गर्मी से तपती धूप मैं चलते चलते वह बहुत थक गया था और वह रात को आराम करने के लिए कोई ठिकाना तलाश कर रहा था।

ऐसे में एक बूढ़े सज्जन मिल जाते हैं और व्यापारी उन्हें बताता है कि उसे रात भर ठहरने का कोई ठिकाना चाहिए बूढ़े आदमी ने कहा क्यों ना आप हमारे यहां ठहर जाइए।

व्यापारी तैयार हो जाता है और अपने ऊंटों को रेगिस्तान की रेत में नीचे बैठा कर सामान उतारता है ऊंटों को भोजन पानी देता है ।

इसके बाद खुद भी वह भोजन करने लगता है भोजन करने के बाद रात्रि का समय होता है और वह अपने पोटली से एक रस्सी निकालता है उस रस्सी से केवल दो ही ऊंट बांध पाते हैं।

तीसरा ऊंट बांधने के लिए रस्सी की तलाश करता है लेकिन कहीं भी रस्सी नहीं मिलती और काफी वक्त बीत जाता है तो वह बूढ़ा व्यापारी के पास आकर पूछता है अरे सेठ जी क्या परेशानी है ?

आप अभी तक सोए नहीं तब व्यापारी बूढ़े आदमी को पूरी बात बताता है कि मेरे पास रस्सी नहीं है
अगर मैं इस ऊंट को खुला छोड़ दूं तो यह न जाने कहां भाग जाए !

बूढ़े आदमी ने पूरी बात को सुनने के बाद व्यापारी से कहा आप इस ऊंट को बांधने का केवल इशारा मात्र कर दीजिए यह फिर कहीं नहीं जाएगा व्यापारी ने ऐसा ही किया ।

और इसके अलावा कोई चारा भी तो नहीं था कुछ देर व्यापारी ऊंटों को देखता रहा और फिर सो गया । सुबह आकर व्यापारी ने ऊंटों को देखा सभी ऊंट जैसे के तैसे बैठे हुए थे ।

फिर व्यापारी ने ऊंटों को भोजन पानी दिया और खुद भी भोजन करने के बाद ऊंटों पर सामान को लाद लेता है ।

दो ऊंटों को रस्सी से हटाकर खड़ा करता है दोनो खड़े हो गए और एक ऊंट को उठता है तो वह खड़ा ही नहीं होता । बहुत कोशिश करने के बाद व्यापारी को गुस्सा आ जाता है ।

Moral Kids Story Camel Aur Vyapari | ऊंट और व्यापारी की कहानी
Moral Kids Story Camel Aur Vyapari | ऊंट और व्यापारी की कहानी

और वह एक डंडे से ऊंट की पिटाई करने लगता है ऐसा करने से भी खड़ा नहीं होता है यह देख बूढ़ा आदमी व्यापारी के पास आकर कहता है हे सज्जन बेजुबान पशु को क्यों मार रहे हो ।

व्यापारी ने बताया कि यह खड़ा ही नहीं हो रहा है बहुत कोशिश करी फिर बूढ़े आदमी ने व्यापारी से कहा आपने इसे कल शाम को रस्सी से बांधा था ।

वह रस्सी आपने हटाई ? व्यापारी ने कहा इसके तो कोई रस्सी ही नहीं लगाई थी वह तो बस एक नाटक मात्र था तब बूढ़ा आदमी कहता है,

तो वही नाटक एक बार आप इसे हटाने के लिए कर दीजिए व्यापारी ने ऐसा ही किया जैसे ही उसने रस्सी को हटाने का नाटक किया ।

ऊंट अपने आप उठ कर खड़ा हो गया व्यापारी ने बूढ़े आदमी से इसका कारण पूछा तब बूढ़े आदमी ने कहा कि यह जानवर हैं और इनकी मानसिकता बिल्कुल वैसी ही है जैसा यह अपने मन में एक बार मान लेते हैं उसी के अनुरूप चलते हैं ।

जब आपने रस्सी से बांधने का नाटक किया तब ऊंट को लगा कि अब तो वह बंद हो चुका है इसलिए वह कहीं और या फिर खड़ा नहीं हुआ जैसे ही तुमने रस्सी को हटाने का नाटक किया ।

उसके मन से यह भ्रम दूर हो गया और उसे लगा कि वह अब आजाद हो गया है फिर व्यापारी बूढ़े आदमी से विदा लेकर अपने पूरे सामान के साथ व्यापार के लिए चला जाता है ।

कहानी से सीख

Moral Kids Story Camel Aur Vyapari : इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि किसी भी काम को पूरे आत्मविश्वास और मन बना कर करना चाहिए एक बार जो हम मन में ठान लेते हैं । फिर पूरी कोशिश करके उसे कर ही लेते हैं ।

आज की कहानी बस इतनी ही मिलते हैं फिर एक नई कहानी के साथ आप हमें कमेंट करके यह अवश्य बताएं कि आपको यह कहानी कैसी लगी।

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आखिरी शव्द – Moral Kids Story Camel Aur Vyapari

हमे उम्मीद है आपको यह कहानी “(Moral Kids Story Camel Aur Vyapari)” पसंद आई होगी । अगर आपका कोई भी सवाल है तो हमे कॉमेंट मे लिख कर भेज दीजिए ।

धनवाद आपका ।