किसान और भालू | Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story

Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story, Kids Story In Hindi, बच्चों की कहानी, moral Story kids, Short Story In Hindi, राजा की कहानी, kisan aur bhalu ki kahani ।

नमस्कार दोस्तों हम फिर से हाजिर हैं एक नई कहानी के साथ । इस कहानी का नाम (किसान और भालू | Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story) है ।

जैसा की आपको हमने अपनी पिछली कहानी ” अकबर बीरबल की कहानी ” मे अच्छी सीख दी । उसी तरह इस कहानी मे भी कुछ अच्छा और मजेदार जाने को मिलेगा । कहानी को पूरा पढ़ें ।

किसान और भालू | Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story

एक किसान आलू बोने के लिए जंगल गया। वह हल चला ही रहा था कि वहाँ एक भालू आ गया। भालू ने कहा, “किसान, मैं तेरी हड्डी-पसली तोड़ डालूंगा।”

 “नहीं . ऐसा नहीं करो, प्यारे भालू। इसकी बजाय, आओ, हम मिलकर आलू बोएँ। मैं उसकी जड़ें ले लूँगा और तुम्हें उसके पत्ते दे दूंगा।”

 भालू बोला,“ठीक है। अगर धोखा दोगे, तो फिर कभी भूलकर भी जंगल में पैर नहीं रखना।”

कुछ समय बाद खूब बड़े-बड़े आलू पैदा हुए। पतझड़ में किसान उन्हें निकालने के लिए आया। उसी वक्त भालू भी जंगल से निकलकर सामने आ गया और बोला,“किसान, आओ, आलू की फसल बाँट लें।

मेरा हिस्सा मुझे दे दो।” “अच्छी बात है, बाँट लेते हैं, प्यारे भालू! ये रहे तुम्हारे पत्ते और ये रही मेरी जड़ें।” किसान ने भालु को सारे पत्ते दे दिए और आलुओं को घोड़ा-गाड़ी में लादकर बेचने चल दिया। 

रास्ते में भालू फिर मिला। “किसान तुम कहाँ जा रहे हो ?” भालू ने पूछा। प्यारे भालू, मैं जड़ें बेचने के लिए शहर जा रहा हूँ। किसान ने जवाब दिया।

“एक जड़ तो दो, मैं चखकर देखू।” भालू बोला।

किसान ने उसे एक आलू दिया। भालू ने उसे खाया और गुस्से से गरजते हुए बोला, “अरे किसान, धोखा दिया है तुमने मुझे। अब तुम लकड़ी काटने के लिए जंगल में नहीं आना, नहीं तो हड्डी-पसली तोड़ दूंगा।” 

अगले साल किसान ने उसी जगह पर गेहूँ बोया।

किसान और भालू | Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story
किसान और भालू | Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story

वह फसल काटने आया, तो भालू को वहाँ खड़ा पाया। “अब तू मुझे धोखा नहीं दे पाएगा, किसान। दे मेरा हिस्सा”, भालू बोला।

किसान बोला,“ऐसा ही सही। प्यारे भालू, तुम ले लो जड़ें और मैं पत्ते ही ले लेता हूँ।” 

दोनों ने फसल बटोरी। किसान ने भालू को जड़ें दे दी और गेहूँ को घोड़ा-गाड़ी में लादकर घर ले गया।

भालू जड़ों को चबाता रहा, मगर चबा न पाया। वह किसान से बेहद नाराज़ हो गया।

कहानी से सीख

Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story: जैसे किसान ने उस भालू के सामने अक्ल से काम लिया। ठीक उसी तरह हमें भी कोई भी परेशानी अगर जीवन में आये तो उस किसान की तरह शक्ति के बदले अक्ल से काम लेना चाहिए। 

आज की कहानी बस इतनी सी ! मिलते हैं फिर एक नई कहानी के साथ । आपको यह कहानी कैसी लगी कॉमेंट मे जरूर बताएं ।

अन्य पढ़ें :-

आखिरी शव्द – Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story

हमे उम्मीद है आपको यह कहानी “(Kisan Aur Bhalu Moral Kids Story)” पसंद आई होगी । अगर आपका कोई भी सवाल है तो हमे कॉमेंट मे लिख कर भेज दीजिए ।

धनवाद आपका ।